Home उत्तर प्रदेश सीएम योगी ने सख्त लहजे में अधिकारियों को दिए चेतावनी, बर्खास्त करने के लिए मजबूर न करो

सीएम योगी ने सख्त लहजे में अधिकारियों को दिए चेतावनी, बर्खास्त करने के लिए मजबूर न करो

सीएम योगी ने सख्त लहजे में अधिकारियों को दिए  चेतावनी, बर्खास्त करने के लिए मजबूर न करो

सीएम योगी ने सोमवार रात कानून-व्यवस्था को लेकर आम बैठक की. इस बैठक में सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों से लेकर थानेदारों तक के पेंच कसे. सीएम योगी ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए थानेदारों से कहा कि मैं आपके काम पर नजर रख रहा हूं. अपने कार्य में सुधार लायें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में हुई कई सनसनीखेज घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था को लेकर बड़ी बैठक की. तीन घंटे तक चली बैठक में राज्य के सभी थानेदार भी मौजूद रहे. सभी थाने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. कई जिलों में पुलिस की कार्यशैली से नाराज सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब गड़बड़ी करने वाले पुलिसकर्मी न सिर्फ सस्पेंड होंगे बल्कि नौकरी से भी बर्खास्त किये जायेंगे. यह भी निर्णय लिया गया कि सभी जिलों में एक महिला थाने के अलावा एक और थाने में महिला पुलिस पदाधिकारी ही तैनात की जायेंगी.

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री ने नवरात्र से मिशन शक्ति शुरू करने का निर्देश दिया. इसके तहत एंटी रोमियो स्क्वॉड की निगरानी बढ़ाई जाएगी. उन्होंने अंबेडकर नगर जिले में छेड़छाड़ के कारण एक लड़की की मौत पर नाराजगी व्यक्त की. सीएम योगी ने चेतावनी दी कि अगर ऐसी घटना दोबारा हुई तो सभी को बर्खास्त किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उनकी सुरक्षा पुलिस की जिम्मेदारी है. यूपी में निवेश बढ़ रहा है, लेकिन अपराध की घटनाएं यूपी की छवि खराब कर रही हैं।

बैठक में 1,761 पुलिस स्टेशनों के SHO वर्चुअली शामिल हुए

इस कानून-व्यवस्था बैठक में सभी 1,761 पुलिस स्टेशनों के SHO ने भाग लिया. इसमें सभी जिलों के डीएसपी, एसपी, एसएसपी, पुलिस कमिश्नर से लेकर डीआइजी, आइजी, एडीजी और डीजी रैंक के अधिकारी शामिल हुए. इस बैठक में सिर्फ सीएम योगी ही बोले. बैठक में कई विभागों के प्रधान सचिव स्तर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी भी मौजूद थे. आगरा में राधास्वामी सत्संग के मुद्दे पर सीएम योगी ने जताई नाराजगी.

आगरा की घटना पर सीएम योगी ने पुलिस कमिश्नर को लगाई फटकार

आपको बता दें कि इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगरा पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह को फटकार लगाई. शनिवार को ही सुल्तानपुर में एक डॉक्टर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सुल्तानपुर का दौरा किया था. डॉक्टर की हत्या पर मुख्यमंत्री ने सुल्तानपुर एसपी सोमेन वर्मा को सख्त चेतावनी दी.

सीएम योगी आदित्यनाथ का गुस्सा हापुड़ एसपी पर भी फूटा
हाल के दिनों में यूपी के वकील लंबे समय तक हड़ताल पर रहे. हापुड में पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया था, जिसके बाद वकीलों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वकीलों की मांगों के आगे सरकार को झुकना पड़ा. कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया, कुछ का तबादला कर दिया गया और कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामले भी दर्ज किये गये. इस मामले को लेकर सीएम योगी हापुड एसपी अभिषेक वर्मा से बेहद नाराज थे. कानून-व्यवस्था की बैठक में प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और नोएडा की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने भी प्रेजेंटेशन दिया.

सभी 17 नगर निगमों को सुरक्षित शहर बनायें

सीएम योगी ने गौतमबुद्धनगर समेत यूपी के 17 नगर निगमों को सुरक्षित शहर बनाने को कहा, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने को कहा. शहरी क्षेत्रों में पिंक टॉयलेट बनाने के निर्देश दिये गये। बैठक में महिला आरक्षण विधेयक पर भी चर्चा हुई. निर्णय लिया गया कि महिला कांस्टेबल अपने-अपने क्षेत्र में जाकर महिलाओं से मिलें और उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करें। जिन वाहनों पर जातिसूचक शब्द लिखे हों उनके खिलाफ अभियान और तेज करने को कहा गया है

एक बार फिर दबंगों के खिलाफ अभियान चलाएं

बाइक और वाहनों से स्टंट करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने को कहा गया है। कहा गया कि उनके खिलाफ कार्रवाई कर इसका प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया पर भी करें, ताकि अन्य लोग ऐसा करने से बचें. शोहदों के खिलाफ एक बार फिर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है. स्कूल, कॉलेज और बाजारों में सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी ऐसे लोगों पर नजर रखेंगे। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया कि सभा थानों में एक साइबर डेस्क स्थापित की जाए. माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने को कहा गया.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में यह कहकर सबको चौंका दिया कि बिना पुलिस व्यवस्था के भी उन्हें फीडबैक मिलता रहता है. उन्हें पूरी जानकारी है कि कौन अधिकारी किस तरह का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि अगर कोई पुलिस कमिश्नर या एसपी किसी दागी छवि वाले को थानेदार बनाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की यह पहली ऐसी बैठक थी, जिसमें सभी थानेदारों ने भी हिस्सा लिया. सीएम योगी ढाई घंटे तक लगातार निर्देश देते रहे.